Tuesday 29 November 2016

ये उपाय बचाते हें टोने-टोटकों के अशुभ प्रभाव से


क्या आपको लगता है कि किसी ने आपके घर पर टोना-टोटका किया है जिसके कारण आपके परिवार पर इसका अशुभ प्रभाव पड़ रहा है तो घबराईए बिल्कुल मत क्योंकि यहां हम आपको बता रहे हैं टोने-टोटको से बचने के साधारण व अचूक उपाय। इन उपायों को करने से आपके घर व परिवार पर किसी टोने-टोटके का प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह उपाय इस प्रकार हैं-

उपाय

– अपने घर के मुख्य दरवाजे पर भगवान श्रीगणेश की मूर्ति स्थापित करें और सुबह उठकर उन्हें प्रणाम करें। इसके बाद अपने द्वार, देहली व सीढ़ी आदि पर पानी का छिड़काव करें। ऐसा करने से टोने-टोटके का प्रभाव नहीं पड़ता।
– नीम, बबूल या आम में से किसी पेड़ की टहनी पत्तियों सहित मुख्य दरवाजे पर लटकाएं।
– शनिवार के दिन सात हरी मिर्च के बीच एक नींबू काले धागे में पिरोकर मुख्य द्वार पर लटकाएं। इससे भी बुरी नजर नहीं लगेगी।
– सप्ताह के किसी एक दिन घर की साफ-सफाई करने के बाद एक बाल्टी पानी में थोड़ी शक्कर और दूध डालकर कुश से उसका छिड़काव पूरे घर में करें। आखिर में शेष पानी को दरवाजे के दोनों और थोड़ा-थोड़ा डाल दें।
– अमावस के दिन एक ब्राह्मण को भोजन अवश्य कराएं। इससे आपके पितर प्रसन्न होंगे और आपके घर व परिवार को टोने-टोटको के अशुभ प्रभाव से बचाएंगे।

Monday 31 October 2016

लक्ष्मी प्राप्ति के आसान उपाय

पैसा दुनिया में सबकुछ तो नहीं होता है, लेकिन पैसों की जरूरत हर किसी को हर दिन पड़ती है. कई बार हमारे काम पैसों की कमी के कारण बिगड़ जाते हैं. कई बार छोटी-छोटी बातों को हम… अक्सर नजरंदाज कर देते हैं, और यही छोटी-छोटी बातें हमारे धन के आगमन n के रास्ते में बाधा पैदा करती है. तो आइए जानते हैं, कि कौन से उपाय करके आप अपने पैसों के आगमन के श्रोत बढ़ा सकते हैं. क्या-क्या चीजें आपको करनी चाहिए और क्या नहीं करनी चाहिए.

जिस घर में अक्सर लड़ाई होती रहती है, उस घर पर लक्ष्मी की कृपा नहीं होती है. इसलिए यह सुनिश्चित करें कि आपके घर में लड़ाई न हो.

हर दिन श्रीसूक्त का पाठ कीजिए और श्रीसूक्त से हवन भी कीजिए.घर में तुलसी का पौधा लगाएँ, और हर शाम तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जरुर जलाएँ.

जिस घर के लोग सूर्योदय से पहले उठ जाते हैं, फिर पूजा करके हीं नाश्ता करते हों.

उस घर पर लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है.भगवान को भोग लगाने के बाद हीं भोजन कीजिए.

बिस्तर पर बैठकर भोजन न करें, इससे माँ लक्ष्मी रुष्ट होती है.

अपने घर की स्त्रियों को सम्मान दें, उन्हें जानबूझकर कष्ट भूलकर भी न दें.

जिस घर में स्त्रियाँ दुखी होती है, वहाँ लक्ष्मी कभी नहीं टिकती है.

जहाँ धन रखते हों, उस स्थान पर लाल कपड़ा बिछा दीजिये.

किसी का भी जूठा भोजन न करें, इससे उस व्यक्ति की दरिद्रता का कुछ अंश आपमें आ जाता है.

घर में कबाड़ न रखें, टूटे-फूटे चीजों को घर में नहीं रखना चाहिए.

रात में खाना खाने के बाद जूठे बर्तन रसोई में न छोड़ें. बर्तन और रसोई की सफाई करने के बाद हीं सोयें.

शाम के समय में कभी भी सेक्स न करें.शाम होने के बाद घर में झाड़ू न लगाएँ.

पूजा रूम अलग रखें, पूजा रूम की शुद्धता का ख्याल रखें और जब भी पूजा करें तो पूरी तरह शुद्ध होकर पूजा करें.

किसी से भी कोई भी चीज मुफ्त में न लें, उसके सामान की कीमत अवश्य चुकाएँ.

किसी को धोखा देकर धन लेने से भी लक्ष्मी नाराज हो जाती है.

अपनी आय का कुछ हिस्सा धार्मिक कार्यों में जरुर लगाएँ, समय-समय पर दान भी करते रहें.

अपने इष्ट देवता / देवी की हर दिन पूजा करें.घर में मकड़ी के जालों को न रहने दें, इन्हें साफ करते रहें.चाहे आपकी दुकान हो या ऑफिस, आप जहाँ पर भी काम करते हैं, उस स्थान को साफ रखें.

घर में ताजमहल, नटराज, बहते पानी के चित्र…… इन सबकी न तो फोटो रखें न हीं मूर्ति.

घर में उपयोग किया गया पानी, घर में कहीं जमा नहीं होना चाहिए.

घर में पकाया हुआ अन्न कभी भी बर्बाद नहीं होना चाहिए, माड़ नाली में कभी न फेकें.

दूसरे की स्त्री या धन पर बुरी दृष्टि न डालें.

साफ सुथरे रहें, गंदे या फटे कपड़े न पहनें.

घर का कुछ हिस्सा कच्चा ( मिटटी ) जरुर छोड़ दें.

बड़ों का सम्मान कीजिए, क्योंकि माँ लक्ष्मी उस व्यक्ति पर कृपा नहीं करती है, जो अपने से बड़ों का सम्मान नहीं करता है.

अपने घर के ईशान कोण में श्री यंत्र ताम्रपत्र, रजत पत्र या भोजपत्र पर बनाइए. प्राण प्रतिष्ठा करवाने के बाद हर दिन इसकी पूजा कीजिए.

खुद को किसी कार्य में कुशल बनाइए, अपने आय के साधन बढ़ाने की कोशिश करते रहिए. क्योंकि ऊपर बताये गए उपाय तभी काम करेंगे, जब आप कुछ करने की कोशिश करेंगे.

आपके हाथ पर हाथ रखकर बैठे रहने से तो धन आपके पास आने से रहा. और ध्यान रखिये खुद की क्षमता का ध्यान रखते हुए हीं आपको अपने कैरियर का चुनाव करना चाहिए.

और यह जरुर याद रखिये कि पुरुषार्थी ( मेहनती ) व्यक्ति का भाग्य कब बदल जाए यह किसी को पता नहीं होता है, इसलिए मेहनत जारी रखिये.

Saturday 29 October 2016

धन प्राप्ति मंत्र

11. अक्षय-धन-प्राप्ति मन्त्र
प्रार्थना : 

हे मां लक्ष्मी, शरण हम तुम्हारी.
पूरण करो अब माता कामना हमारी.
धन की अधिष्ठात्री, जीवन-सुख-दात्री.
सुनो-सुनो अम्बे सत्-गुरु की पुकार.
शम्भु की पुकार, मां कामाक्षा की पुकार.
तुम्हें विष्णु की आन, अब मत करो मान.
आशा लगाकर अम देते हैं दीप-दान.

मन्त्र : 

ॐ नमः विष्णु-प्रियायै, ॐ नमः कामाक्षायै. ह्रीं ह्रीं ह्रीं क्रीं क्रीं क्रीं श्रीं श्रीं श्रीं फट् स्वाहा.

विधि : 

दीपावली की सन्ध्या को पाँच मिट्टी के दीपकों में गाय का घी डालकर रुई की बत्ती जलाए.
लक्ष्मी जी को दीप-दान करें और मां कामाक्षा का ध्यान कर उक्त प्रार्थना करे. मन्त्र का 108 बार जप करे. ‘दीपक’ सारी रात जलाए रखे और स्वयं भी जागता रहे. नींद आने लगे, तो मन्त्र का जप करे. प्रातःकाल दीपों के बुझ जाने के बाद उन्हें नए वस्त्र में बाँधकर ‘तिजोरी’ या ‘बक्से’ में रखे. 
इससे श्रीलक्ष्मीजी का उसमें वास हो जाएगा और धन-प्राप्ति होगी. प्रतिदिन सन्ध्या समय दीप जलाए और पाँच बार उक्त मन्त्र का जप करे.

Friday 28 October 2016

नौकरी से सम्बंधित टोटके

यदि नौकरी नहीं मिल रही हो या प्रमोशन न हो रहा हो तो किसी ताले की दुकान में शुक्रवार को जाकर स्टील का ताला बिना जांचे व खोले खरीद लेना चाहिये। शुक्रवार की रात वह ताला शयनकक्ष में रखकर और शनिवार सुबह नहा धोकर उस ताले को किसी मंदिर या गुरूद्वारे में रख देना चाहिये। जब भी कोई उस ताले को खोलेगा, जातक की किस्मत का ताला अपने आप ही खुल जायेगा और नौकरी से संबंधित परेशानियां दूर होने लगेंगी। यदि मनपसंद नौकरी नहीं मिल रही हो तो एक काला कंबल किसी गरीब को दान करना चाहिये व 108 मनकों वाली 6 मुखी रूद्राक्ष की वह माला पहननी चाहिये जिसमें प्रत्येक रूद्राक्ष के बाद एक चांदी का मोती लगा हो, शीघ्र मनोकामना पूरी होती है। यदि शीघ्र नौकरी प्राप्ति में बाधा आ रही हो तो एक 12 मुखी रूद्राक्ष की माला को अभिमंत्रित कर धारण करना चाहिये, शीघ्र नौकरी मिल जाती है। यदि नौकरी में प्रमोशन नहीं हो रहा हो तो प्रत्येक गुरूवार मंदिर में पीली वस्तुओं का दान देना शुरू कर देना चाहिये और रोज सुबह घास पर नंगे पांव चलना चाहिये, शीघ्र प्रमोशन होता है। यदि नौकरी जाने का खतरा हो या ट्रांसफर रूकवाना हो तो 5 ग्राम एक ही डली वाला सूरमा लेकर शनिवार के दिन उसे किसी वीरान जगह पर गाड़ देना चाहिये। गाड़ने वाला औजार भी वहीं छोड़ देना चाहिये। ऐसा 2 शनिवार लगातार करने से अवश्य लाभ होता है।

Wednesday 26 October 2016

घोड़े की नाल से करे भाग्य परिवर्तन

घोड़े की नाल घोड़े की गति बढ़ाने में तो खास भूमिका निभाती ही है, वास्तुदोष दूर कर आपकी किस्मत भी चमका सकती है। घोड़े की नाल को सामान्यत: धातु से निर्मित किया जाता है। कभी-कभी इसे आधुनिक सिंथेटिक साम्रगी से भी बनाया जाता है। इसे घोड़े की खुर की रक्षा करने के लिए लगाया जाता है। अलबत्ता घोड़े की नाल का उपयोग महज इतना ही नहीं है। लोहे से बनी यह सामान्य सी वस्तु बेहद चमत्कारी है। इसे स्थापित करने से बीमारी और दुर्भाग्य दूर रहता है। माना यह भी जाता है कि घोड़े की नाल जादू-टोने व बुरी नजर से भी रक्षा करती है। यह लोहे से निर्मित होती है, जो धातु तत्व का प्रतीक है। इसे बनाने के लिए आग का प्रयोग किया जाता है, जिसे वास्तु और फेंग्शुई के पांच महत्वपूर्ण तत्वों में से एक अहम तत्व माना जाता है। घोड़े को भी भाग्यशाली जानवर माना गया है। यही वजह है कि घोड़े की नाल वास्तु गैजेट के रूप में अत्यधिक महत्वपूर्ण है। घोड़े की नाल से जुड़ा एक और पहलू है। अर्ध चन्द्रमा रूपी इसके आकार के कारण इसे चन्द्र देव का प्रतीक भी माना जाता है। ऐसा विश्वास है कि घोड़े की नाल को स्थापित करने से चन्द्रमा मजबूत होता है। फलस्वरूप घर में बेहतर स्वास्थ्य, शांति और खुशहाली का माहौल बनता है। दिलचस्प तथ्य यह है कि घोड़े की नाल को एक गैजेट के रूप में विदेशों में भी लोकप्रियता प्राप्त है। घोड़े की नाल को मुख्य प्रवेश द्वार पर अथवा लिविंग रूम के प्रवेश द्वार पर ऊपर व बाहर की ओर लगाना चाहिए। आप-धापी के इस युग में मनुष्य को एक और समयभाव हैं वहीं दूसरी और अपनी स्वार्थपूर्ति हेतु वह विभिन्न टोटकों एवं कुकर्मों का सहारा लेता है। किसी का अगर थोड़ा सा भी कारोबार अच्छा चला, वहीं ईर्ष्या रखेंने वाले लोग अनेक प्रकार के घृणित टोटकों का सहारा लेकर कारोबार को नष्ट प्रायः कर देते है। ऐसे लोगों की बुरी नजर से बचने का अत्यन्त सटीक उपाय है घोड़े की नाल का छल्ला। ध्यान रखेंना चाहिए वह छल्ला एकदम शुद्व एवं प्रमाणिक होना चाहिए। तभी इसका पूर्ण लाभ मिलता है घर तथा कार्य स्थान के मुख्य दरवाजे के ऊपर अन्दर की ओर ‘यू’ के आकार में लगाई गई काले घोड़े के नाल उस स्थान की सभी प्रकार तांत्रिक प्रभाव जादू-टोने, नजर आदि से रक्षा करती है। इसके कुछ प्रयोग इस प्रकार हैं :- 1. यदि घर में क्लेश रहता हो, आर्थिक उन्नति नहीं हो रही हो या किसी ने तंत्र क्रिया की हो तो घर के मुख्य द्वार पर नाल को अंग्रेजी के यू अक्षर के आकार में लगा दें। कुछ ही दिनों में नाल के प्रभाव से सब कुछ ठीक हो जाएगा। 2. यदि किसी कार्य में अड़चन आ रही हो तो शनिवार के दिन काले घोड़े की नाल को विधिपूर्वक दाहिने हाथ की मध्यमा अंगुली में धारण कर लें। आपके बिगड़े काम बन जाएंगे और साथ ही धन लाभ भी होगा। काले वस्त्र में लपेट कर अनाज में रख दो तो अनाज में वृद्धि हो | 3. काले वस्त्र में लपेट कर तिजोरी में रख दो तो धन में वृद्धि हो | 4. अंगूठी या छल्ला बनाकर धारण करे तो शनि के दुष्प्रभाव से मुक्ति मिले | 5. द्वार पर सीधा लगाये तो दैवीय कृपा मिले | 6. द्वार पर उल्टा लगाओ तो भूत, प्रेत, या किसी भी तंत्र मंत्र से बचाव हो | 7. काले घोड़े की नाल से चार कील बनवाये और शनि पीड़ित व्यक्ति के बिस्तर में चारो पायो में लगा दे | 8. काले घोड़े की नाल से एक कील बनाकर सवा किलो उरद की दाल में रख कर एक नारियल के साथ जल में प्रवाहित करे |

कन्या के विवाह हेतु

यदि किसी कन्या के विवाह में बाधा आ रही हो तो सोमवार के दिन भगवान शिव के सामने 5 पूजा वाले नारियल रखकर ‘‘ऊँ श्री वर प्रदाय श्री नमः’’ मंत्र की 5 माला जाप कर पांचों n नारियल भगवान को चढ़ायें, विवाह के रास्ते में आने वाली बाधायें दूर होने लगती हैं।

विवाह बाधा होने पर विवाह योग्य कन्या यदि प्रत्येक सोमवार को सुबह शिवलिंग पर दूध मिले जल को चढ़ाये और रूद्राक्ष की माला पर ‘‘ऊँ सेामेश्वराय नमः’’ मंत्र की एक माला जाप करे तो विवाह शीघ्र होता है।

यदि किसी के प्रेम विवाह में बाधा आ रही हो तो शुक्ल पक्ष के किसी गुरूवार से शुरू कर रोजाना स्फटिक की माला पर विष्णु लक्ष्मी की फोटो या मूर्ति के सामने ‘‘ऊँ लक्ष्मी नारायणाय नमः’’ मंत्र की 3 माला का जाप करना चाहिये। प्रत्येक गुरूवार को मंदिर में पीली वस्तुओं का भी दान देना चाहिये, बाधायें दूर होना शुरू हो जायेंगी।

केसे पता करें कि साढ़ेसाती और ढैय्या

केसे पता करें कि साढ़ेसाती और ढैय्या
एक राशि पर शनि ढाई वर्ष रहता है। शनि जन्म राशि से 12वें भाव, पहले भाव या दूसरे भाव में गोचर करेगा तब साढ़ेसाती होती है। जैसे-इस समय शनि वृश्चिक राशि में शनि भ्रमण कर रहा है। मान लीजिए आपकी राशि तुला है तो तुला से दूसरे स्थान पर वृश्चिक राशि आयेगी। अतः तुला राशि साढ़ेसाती चल रही है। शनि गोचर से 12वें स्थान पर हो तो साढ़ेसाती सिर पर रहेगी, शनि जन्म राशि में हो तो साढ़ेसाती हृदय पर रहेगी और यदि शनि जन्म राशि से दूसरे स्थान में हो तो साढ़ेसाती पैर पर रहेगी। जन्म राशि से शनि चतुर्थ व अष्टम गोचर करे तो शनि की ढैय्या रहेगी। जैसे शनि वर्तमान में वृश्चिक में गोचर कर रहा है और आपकी राशि मेष है तो मेष से आठवें स्थान पर शनि वृश्चिक में गोचर कर रहा है। सिंह से चौथे स्थान पर गोचर कर रहा है यानि मेष और सिंह राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है।